श्रीमद् भागवत के पठन एवं श्रवण से कलियुग के समस्त दोष नष्ट हो जाते हैं: आचार्य श्री गौरव कृष्ण महाराज जी
जालंधर(योगेश कत्याल) श्रीमद् भागवत साक्षात भगवान का स्वरूप है इसीलिए श्रद्धापूर्वक इसकी पूजा-अर्चना की जाती है। इसके पठन एवं श्रवण से भोग और मोक्ष दोनों सुलभ हो जाते हैं। मन की शुद्धि के लिए इससे बड़ा कोई साधन नहीं है। सिंह की गर्जना सुनकर जैसे भेड़िए भाग जाते हैं, वैसे ही भागवत के पाठ से […]