भुलत्थ (एम.एस.शेरगिल,आकाश मट्टू)
बेगोवाल में संत बाबा प्रेम सिंह मुराले वालों की 68वीं बरसी संबंधी तीन दिवसीय धार्मिक जोड़ मेला मुख्य सेवादार बीबी जगीर कौर की अगवाई में संपन्न हो गया। इस संबंधी अंतिम दिन भारी दीवान सजाए गए। उपरांत राजनीतिक नेताओं ने उनको श्रद्धा के पुष्प भेंट किए। अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल ने हमेशा मीरी पीरी के सिद्धांत पर पहरा देते सिख कौम के हितों की रक्षा की है। शिरोमणि कमेटी अपने क्षेत्र में धर्म प्रचार के साथ-साथ शैक्षणिक सेवाएं दे रही है। अकाली दल राजनीतिक ताकत के साथ सिख कौम की एक ढाल बनकर रक्षा करता है। दूसरी तरफ गुटके पर हाथ रख कर शपथ लेने वालों ने पंजाब को बर्बाद करके रख दिया। ब्लयू स्टार आप्रेशन, 84 के दंगों जैसे कारनामे करके कांग्रेस ने सिख कौम की बर्बादी ही की है। उन्होंने दावा किया कि जब भी पंजाब में अकाली दल की सरकार आई है, उन्नति के रास्ते खुले है। प्रकाश सिंह बादल की अगवाई में विरासत को संभालने के लिए आनंदपुर साहिब में विरासत ए खालसा का निर्माण, बाबा बंदा सिंह बहादर की यादगार, जंगे आजादी की यादगार, हरिमंदिर साहिब को सुंदर हेरिटेज बनाया, बिजली सरप्लस की, तीन नए एयरपोर्ट, 6 मार्गीय सड़कों का निर्माण करवाया। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी कोई एक प्राप्ति बताए, जो उन्होंने पंजाब के लोगों के लिए की हो। कैप्टन सरकार ने पंजाब के लिए अच्छा तो क्या करना श्री दरबार साहिब हेरिटेज की सफाई के पैसे देने ही बंद कर दिए। 11वीं व 12वीं के बच्चों को सिख इतिहास की जानकारी देने वाली किताब ही बंद कर दी। उन्होंने कहा कि अकाली दल ही एक ऐसी पार्टी है जो पंजाब के लोगों के हितांे की रक्षा कर सकती है। इस मौके उन्होंने संत बाबा प्रेम सिंह को श्रद्धा के पुष्प भेंट करते उनके दर्शाए मार्ग पर चलते बीबी जगीर कौर द्वारा की जा रही सेवाओं की प्रशंसा की। इस मौके उनको संगत द्वारा सम्मानित भी किया गया। बीबी जगीर कौर ने आई शख्सीयतों का आभार व्यक्त करते संतों के जीवन और किए कार्यो पर रोशनी डाली।
इस मौके मैनेजर युवराज भूपिंदर सिंह, जत्थेदार स्वर्ण सिंह जोश, देसराज धुग्गा, भाई जसबीर सिंह रोडे, भगवान सिंह जौहल, अमरीक सिंह लतीफपुर, भाई अमरजीत सिंह चावला, मनजीत सिंह दसूहा, लखविंदर सिंह लखी, परमजीत सिंह रायपुर, जरनैल सिंह डोगरांवाला, सुखदेव सिंह सुखा कादूपुर, सुखवंत सिंह तखर, जसवंत सिंह मुरब्बिया, जगजीत सिंह खासरिया, जरनैल सिंह ठेकेदार, सरुप सिंह खासरिया, निशान सिंह, जसवंत सिंह फ्रांस व अन्य उपसिथत थे।