जालंधर(योगेश कत्याल)
श्रीमद् भागवत साक्षात भगवान का स्वरूप है इसीलिए श्रद्धापूर्वक इसकी पूजा-अर्चना की जाती है। इसके पठन एवं श्रवण से भोग और मोक्ष दोनों सुलभ हो जाते हैं। मन की शुद्धि के लिए इससे बड़ा कोई साधन नहीं है। सिंह की गर्जना सुनकर जैसे भेड़िए भाग जाते हैं, वैसे ही भागवत के पाठ से कलियुग के समस्त दोष नष्ट हो जाते हैं। इसके श्रवण मात्र से हरि हृदय में आ विराजते हैं।
उक्त आशीर्वचन श्री बांके बिहारी भागवत प्रचार समिति की ओर से पटेल चौक स्थित साईं दास स्कूल की ग्राउंड में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा रसवर्षा के दौरान कथा व्यास परम श्रद्वेय आचार्य श्री गौरव कृष्ण महाराज जी ने श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा मानव को मानवता ही नहीं बल्कि मानवता के साथ साथ वैष्णवात और भागवता की शिक्षा देकर इनका पात्र भी बनाती है।
उन्होने कहा कि दुःखों के नाश, दरिद्रता, दुर्भाग्य एवं पापों के निवारण, काम-क्रोध आदि शत्रुओं पर विजय, ज्ञानवृद्धि, रोजगार, सुख-समृद्धि भगवतप्राप्ति एवं मुक्ति यानी सफल जीवन के संपूर्ण प्रबंधन के लिए भागवत का नित्य पठन-श्रवण करना चाहिए क्योंकि इससे जो फल अनायास ही सुलभ हो जाता है वह अन्य साधनों से दुर्लभ ही रहता है। उन्होंने कहा किश्रीमद् भागवत कथा भवसागर से पार कराने वाली है। वचन में सत्यता, कर्म में पवित्रता और मन में दृढ विश्वास कैसे आए, यही सब भागवत हमें सिखाती है।
इस मोके पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर, दैनिक सवेरा के मुख्य संपादक शीतल विज सहित हरीश सचदेवा, सुनील नैयर, बृजेश कुमार जुनेजा, उमेश ओरी, संजय सहगल, महेश मखीजा, संदीप मलिक, बृजमोहन चड्ढा, चंदन वडेरा, रिंकू मल्होत्रा, भूपेंद्र बिल्ला, राहुल बाहरी, नरेंद्र वर्मा, सुमित गोयल, बलविंदर शर्मा, अश्विनी कुमार आशू, विकास ग्रोवर, हेमंत थापर, योगेश कत्याल, हतिंदर तलवाड़, दविंदर अरोड़ा, राजकुमार शर्मा, मनीष गुप्ता, गोपी वर्मा, राजवंश मल्होत्रा, अरुण मल्होत्रा, तरुण सरीन, दविंदर वर्मा, विनोद खैरा, रिंपी नैयर, जय सहगल, रुपिका ओहरी, सोनिया थापर, दीक्षा थापर, सुमन वर्मा, ज्योति मरवाहा, रीमा मरवाहा, संजीव शर्मा, सुनीता शर्मा, राकेश ठाकुर, अर्चना ठाकुर, मनजीत वर्मा आदि उपस्थित थे।