जालंधर/विनोद मरवाहा
कहा जाता है कि बिना आग के धुआं नहीं होता लेकिन, जालंधर की राजनीति में चुनावों के दिनों में बिना आग के अक्सर धुआं हो जाता है।
ऐसा ही एक बिना आग का धुआं जालंधर वेस्ट क्षेत्र में बड़ी तेजी से फ़ैल रहा है। जालंधर उप चुनाव की तारीख के ऐलान के बाद इस क्षेत्र के सभी राजनीतिक दलों में भगदड़ सा माहौल देखने को मिल रहा है। सभी दल दुसरे दलों के दिग्गज नेताओं को अपने दल में शामिल करने में हाथ पैर मार रहे हैं। सोशल मीडिया में इस तरह की अफवाह भरी पोस्टें देखने को मिल रही हैं । रोज नयी बातें सामनेआ रही हैं ।
ऐसे में जालंधर वेस्ट में कांग्रेस के एक दिग्गज नेता के आम आदमी पार्टी में पाला बदलने को लेकर तमाम कयास बाजी लगाई जा रही है और अफवाहों का बाजार गर्म है। हालांकि इस दिग्गज कांग्रेस नेता के समर्थक अफवाहों का पुरजोर खंडन कर रहे हैं। उनका कहना है कि नेता जी चुनाव तो लड़ना चाहते हैं लेकिन इसके लिए पार्टी नहीं बदल रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार का जालंधर उप चुनाव 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए सियासी तौर पर काफी अहम रहने वाला है। सभी राजनीतिक दल हर हाल में इस चुनाव में जीत पाना चाहते हैं। विश्लेषकों की मानें तो हर राजनेता की अपनी महत्वाकांक्षा होती है लेकिन कई बार सत्ता में रहने के लिए नेताओं का दल बदल लाजिमी हो जाता है। वैसे भी राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है।
यह भी माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी।