जालंधर/ विशाल कोहली
मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नज़दीक लमांपिंड चौंक जालंधर में सामुहिक निशुल्क दिव्य हवन यज्ञ का आयोजन मदिंर परिसर में किया गया। सर्व प्रथम ब्राह्मणो द्वारा मुख्य यजमान समीर कपूर से विधिवत वैदिक रिती अनुसार पंचोपचार पूजन, षोडशोपचार पूजन ,नवग्रह पूजन उपरांत सपरिवार हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई गई।
सिद्ध मां बगलामुखी धाम के प्रेरक प्रवक्ता नवजीत भारद्वाज जी ने दिव्य हवन यज्ञ पर उपस्थित मां भक्तों को भगवान महावीर जयंती की शुभकामनाएं देते हुए भगवान महावीर जी के बारे में बताते है कि भगवान महावीर स्वामी के संदेश, सिद्धांतों और विचारों पर चलकर ही शांति को पुनस्र्थापित किया जा सकता है। उन्होंने हमेशा आपसी एकता और प्रेम की राह पर चलकर जियो और जीने दो तथा अहिंसा के भाव को सर्वोपरि रखा।
वर्तमान समय में आतंकवाद, नस्लवाद, जातिवाद, आपसी झगड़ों से संपूर्ण संसार ग्रसित है। चारों ओर हाहाकार मचा हो, प्राणीमात्र सुख-शांति, आनंद के लिए तरस रहा हो, ऐसे नाजुक क्षणों में सिर्फ महावीर स्वामी की अहिंसा के सदेश विश्व शांति के लिए प्रासंगिक हो सकती है।
नवजीत भारद्वाज जी कहते है कि भगवान महावीर की वाणी को यदि हम जन-जन की वाणी बना दें एवं हमारा चिंतन व चेतना जाग्रत कर प्रेम, भाईचारा, विश्वास अर्जित कर सकें, तो भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व में शांति स्थापित कर हम पुन: विश्व गुरु का स्थान प्राप्त कर सकते हैं। नेल्सन मंडेला से महात्मा गांधी तक ने भगवान महावीर की अहिंसा को अपनाया था।
वर्तमान में चारों ओर अशांति की ज्वाला जीवन को प्रभावित कर रही है। ऐसे में महावीर का संदेश अपनाने से ही सुख और शांति की अनुभूति होगी। भगवान के जन्मदिन पर संकल्प लें कि अपने मन, वचन, कर्म से किसी को दुख नहीं पहुंचाएंगे, तभी हम सुखी रह सकेंगे। धर्म दिखावे के लिए नहीं बल्कि आत्मा की शुद्धि के लिए है।
नवजीत भारद्वाज जी कहते है कि व्यक्ति पैसा कमाने के बाद भी आज अस्वस्थ और अशांत है। चारों ओर तनाव, चिंता और अशांति दिखाई देती है। ऐसे में धर्म विपरीत हालातों से उबार कर शांति देकर सही मार्ग पर ले जाता है। दरअसल धर्म जीवन जीने की वह विशुद्ध प्रक्रिया है जहां सुख और आत्मिक शांति का अनुभव होता है। यह मूलत: प्रभु की ओर बढऩे का भाव है। आज के दौर में भगवान महावीर के सिद्धांतों को आत्मसात करने की जरूरत है। भगवान महावीर ने अपना पूरा जीवन परमार्थ के लिए लगा दिया। हमें भी उसी तरह विश्व कल्याण की दिशा में काम करना चाहिए।
इस अवसर पर श्वेता भारद्वाज,दिशांत शर्मा,अमरेंद्र कुमार शर्मा, राकेश प्रभाकर, पूनम प्रभाकर,सरोज बाला,नरेश,कोमल ,जगदीश डोगरा, ऋषभ कालिया, रिंकू सैनी,कमलजीत,बलजिंदर सिंह,अभिषेक भनोट, धर्मपालसिंह, अमरजीत सिंह, उदय ,अजीत कुमार ,गौरी केतन शर्मा,नरेंद्र ,रोहित भाटिया,बावा जोशी,राकेश शर्मा, अमरेंद्र सिंह,नवीन , प्रदीप, सुधीर, सुमीत,जोगिंदर सिंह, मनीष शर्मा, डॉ गुप्ता,सुक्खा अमनदीप , अवतार सैनी, परमजीत सिंह, दानिश, रितु , शंकर, संदीप,रिंकू,प्रदीप वर्मा, गोरव गोयल, मनी ,नरेश,अजय शर्मा,दीपक , किशोर,प्रदीप ,गुरवीर सिंह,प्रवीण,राजू, गुलशन शर्मा,संजीव शर्मा, संजीव शर्मा,मुकेश, रजेश महाजन ,अमनदीप शर्मा, गुरप्रीत सिंह, विरेंद्र सिंह, अमन शर्मा, गुरमत सिंह,ऐडवोकेट शर्मा,वरुण, नितिश,रोमी, भोला शर्मा,दीलीप, लवली, लक्की, मोहित , गुरमीत सिंह,विशाल , अश्विनी शर्मा , रवि भल्ला,जगदीश, नवीन कुमार,हंसराज, अशोक कुमार, निर्मल, अनिल, कमल, सौरभ, निर्मल,अनिल,सागर,दीपक,दसोंधा सिंह , पप्पू ठाकुर, दीपक कुमार, नरेंद्र, सौरभ, नरेश,दिक्षित, अनिल, कमल नैयर, अजय सहित भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।